सच्ची कहानियां
गांव पर कब्जा
हर व्यक्ति की चाहत होती है कि उसे एक खूबसूरत दुल्हन मिले। लेकिन घुंघट उठाते ही यह पता चले कि जिसे दुल्हन बनाकर लाए हैं वह लड़की नहीं भूतनी है तो सोचिए क्या गुजरेगी उस व्यक्ति पर। ऐसी ही एक पुरानी घटना है बिहार के दरभंगा जिले के नेहरा गांव की। गांव के निवासी राधेश्याम चौधरी बताते हैं कि इस गांव के एक युवक की शादी हुई। युवक अपनी दुल्हन को लेकर घर वापस आ रहा था। उन दिनों डोली में बैठकर दुल्हन आती थी। रास्ते में डोली लेकर चलने वाले जब थक गए तो उन्होंने एक पेड़ के नीचे डोली को रख दिया और सुस्ताने लगे। कहते हैं कि इसी बीच एक भूतनी ने दुल्हन को मार दिया और उसके शरीर पर कब्जा कर लिया। कोई भी इस घटना को समझ नहीं पाया और दुल्हन की डोली ससुराल आ गई। रात के समय जब दुल्हा अपने कमरे में पहुंचा। दुल्हन का घुंघट उठाकर उसका चेहरा देखने लगा तभी उसे तेज प्यास लगी और पानी पीने की इच्छा जताई। दुल्हन बैठे-बैठे हाथ बढ़कर कुएं से पानी भर लाई। यह देखकर दुल्हा बेहोश हो गया। जब होश आया तो दुल्हन के रुप में बैठी भूतनी ने कहा कि तुमने मेरा राज जान लिया है। अब मैं तुम्हारे पास नहीं रह सकती हूं। अगर तुम्हारे पास रहूंगी तो तुम्हे भी जान से मार डालूंगी। भूतनी ने कहा कि इस गांव में मैं दुल्हन बनकर आई हूं इसलिए अब से यह गांव मेरी देख रेख में रहेगा। गांव वालों से कह देना कि वह अपने घर का चूल्हा दक्षिण दिशा की ओर रखें। इससे गांव उन्नति करेगा और लोग खुशहाल रहेंगे। उसके बाद से इस गांव के सभी लोग अपने घर का चूल्हा दक्षिण दिशा की ओर रखते हैं। शास्त्रों में दक्षिण दिशा में चूल्हा रखना अशुभ कहा गया है। माना जाता है कि यह दिशा भूत-प्रेत और यम की दिशा है। इसलिए आमतौर पर कहीं भी लोग इस दिशा में चूल्हा नहीं रखते हैं। लेकिन नेहरा गांव के लोग कहीं भी जाकर बस जाएं चूल्हे का मुंह दक्षिण दिशा की ओर रखना बिल्कुल भी नहीं भूलते।